Saturday, 12 January 2013

भविष्य की आशा प्रियंका गांधी


12 जनवरी 1972 को दिल्ली में जन्मी प्रियंका गाँधी वाड्रा वे नेहरू-गाँधी परिवार से हैं और फिरोज गाँधी तथा इंदिरा गाँधी की पोती हैं। उनकी शादी रॉबर्ट वाड्रा से हुई। प्रियंका वाड्रा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की वर्तमान अध्यक्ष एवं सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील मोर्चा की मुखिया सोनिया गाँधी की दूसरी संतान है।

उनकी दादी इंदिरा गाँधी और परदादा जवाहर लाल नेहरू भी भारतीय प्रधानमंत्री रहे हैं। उनके दादा फिरोज गाँधी एक जाने-माने संसद सदस्य थे और उनके परदादा, मोती लाल नेहरु भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण नेता थे।

इन्होंने अपनी शिक्षा माडर्न स्कूल (नई दिल्ली), कॉन्वेंट ऑफ़ जीसस मैरी, नई दिल्ली से प्राप्त की और वह दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान विषय की स्नातक हैं। वह एक शौकिया रेडियो संचालक है, जिनके पास VU2PGY कालसाइन है।

हालाँकि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लिए लगातार चुनाव प्रचार के दौरान इन्होने राजनीति में कम रूचि लेने की बात कही।

1999 के चुनाव अभियान के दौरान, बीबीसी के लिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा: मेरे दिमाग में यह बात बिलकुल स्पष्ट है। राजनीति शक्तिशाली नहीं है, बल्कि जनता अधिक महत्वपूर्ण है. और मैं उनकी सेवा राजनीति से बाहर रहकर भी कर सकती हूँ. तथापि उनके औपचारिक राजनीति में जाने का प्रश्न परेशानीयुक्त लगता है: "मैं यह बात हजारों बार दोहरा चुकी हूँ, मैं राजनीति में जाने की इच्छुक नहीं हूँ...".

हालांकि, उन्होंने अपनी माँ और भाई के निर्वाचन क्षेत्रों रायबरेली और अमेठी में नियमित रूप से दौरा किया और जहां उन्होंने लोगों से सीधा संवाद ही स्थापित नहीं किया वरण इसका आनंद भी लिया. वह निर्वाचन क्षेत्र में एक लोकप्रिय व्यक्तित्व है, अपनी चारो तरफ अपार जनता को आकर्षित करने में सफल भी हैं; अमेठी में प्रत्येक चुनाव के समय एक लोकप्रिय नारा है अमेठी का डंका, बिटिया प्रियंका , (इसका मतलब है की लोग कहते है की अमेठी प्रियंका का है [चुनाव में खड़े होने के लिए]). इनकी गणना अच्छे, सुलझी और सफल आयोजको में की जाती है, और उन्हें अपनी माँ की "मुख्य राजनीतिक सलाहकार" माना जाता है।

2004 के भारतीय आम चुनाव में, वह अपनी माँ की चुनाव अभियान प्रबंधक थी और अपने भाई राहुल गाँधी के चुनाव प्रबंधन में मदद की. एक प्रेस वार्ता में इन्ही चुनावों के दौरान उन्होंने कहा कि "राजनीति का मतलब जनता की सेवा करना है और मैं वह पहले से ही कर रही हूँ.  मैं इसे पांच और अधिक सालों के लिए जारी रख सकती हूँ."

इस बात से यह अटकलें तेज हो गई थीं कि वह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लिए कोई जिम्मेदारी वहन कर सकती हैं. बीबीसी हिन्दी रेडियो सेवा के एक साक्षात्कार में श्रीलंका में युद्ध का उल्लेख किया और टिप्पणी की "तुम्हारे आतंकवादी बनने में केवल तुम जिम्मेदार नहीं हो बल्कि तुम्हारी पद्धति जिम्मेदार है जो तुम्हे एक आतंकवादी बनाती है"

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 00:30 Kategori: