अंकलेश्वर,
गुजरात। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक
सचिव अहमद पटेल ने साफ कहा कि 'राहुल गांधी के साथ नरेंद्र मोदी की कोई
तुलना हो ही नहीं सकती। राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी औश्र पिता
राजीव गांधी को देश के लिए बलिदान देते हुए देखा है। वे बड़ी शालीनता और
चिंतापूर्वक पार्टी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कभी भी खुद
को प्रधानमंत्री की रेस में नहीं रखा है।
पटेल ने कहा कि पार्टी और देश की जनता तय करेगी तो ही वे प्रधानमंत्री
बनेंगे, दूसरी तरफ मोदी को उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नहीं बनाना चाहती है,
इसके बावजूद वे खुद को प्रधानमंत्री के लिए प्रोजेक्ट कर इस पद को पाने के
लिए लालायित हैं। पटेल अंकलेश्वर में मतदान करने के पश्चात पत्रकारों से
चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पहले चरण से मतदाताओं का उत्साह दिख रहा
है, उसे देखकर लग रहा है कि वोटर मौजूदा भाजपा सरकार से नाखुश है। उन्होंने
विश्वास जताया कि इस चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा और
कांग्रेस राज्य में सरकार बनाएगी। पटेल से सवाल किया गया कि मोदी 2002 में
मियां मुशर्रफ, 2007 में सोहराबुद्दीन और अब 2012 में अहमद पटेल को टार्गेट
बनाकर आप पर हमला कर रहे हैं, जवाब में अहमद पटेल ने कहा कि मैंने कभी
किसी को पॉलीटिकल टार्गेट नहीं बनाया।
पटेल ने कहा कि हार को देखकर इस प्रकार की हल्के दर्जे की बात कर केवल
वोटरों को भड़काकर उन्हें गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी
कहते हैं कि कांग्रेस के पास कोई नेता ही नहीं है, इसके जवाब में अहमद पटेल
ने जताया कि कांग्रेस के पास 10 सक्षम नेता है।
'मैं नहीं मानता कि भाजपा उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए घोषित करेगी और कदाचित कर भी देगी तो मोदी के दिल्ली जाने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी पार्टी में कौन नेता है, जो मुख्यमंत्री बनना चाहता हो? पटेल ने कहा कि सिरक्रीक के मुद्दे उठाकर स्थानीय जनता की भावनाओं का शोषण करने की कोशिश कर रहे हैं।
'मैं नहीं मानता कि भाजपा उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए घोषित करेगी और कदाचित कर भी देगी तो मोदी के दिल्ली जाने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी पार्टी में कौन नेता है, जो मुख्यमंत्री बनना चाहता हो? पटेल ने कहा कि सिरक्रीक के मुद्दे उठाकर स्थानीय जनता की भावनाओं का शोषण करने की कोशिश कर रहे हैं।