Saturday 27 October 2012

कांग्रेस ने भाजपा पर हमले और तेज किए

नई दिल्ली : कांग्रेस ने नितिन गडकरी के विवादास्पद व्यापारिक संपर्कों को लेकर भाजपा पर अपने हमले तेज कर दिए और साथ ही गडकरी पर लगे आरोपों व राबर्ट वाड्रा पर लगे आरोपों के बीच जमीन आसमान का अंतर बताया।

कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान गडकरी के विवादास्पद व्यापारिक संपर्कों को लेकर विपक्षी दल पर हमला बोला और कहा कि यह उस उद्देश्य को जाहिर करता है जिसके लिए पार्टी सत्ता में आना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा कहती है कि वह दूसरे दलों से अलग है। गडकरी पर लगे आरोपों के बाद हमें यह अहसास होने लगा है कि वाकई यह पार्टी अन्य से अलग है।

अल्वी ने कहा कि एक बार फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर बहुत ही संगीन और संजीदा इल्जामात लगे हैं और अफसोस की बात है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता उनकी हिमायत कर रहे हैं, उन्हें क्लीन चिट दे रहे हैं और मुबारकबाद तक दे रहे हैं। अल्वी ने कहा कि इसी तरह भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंगारु लक्ष्मण पर भी इल्जाम लगे थे। उन्हें बचाने में और सफाई देने में पूरी भाजपा लग गयी थी। अदालत ने उन्हें गुनहगार पाया और सजा दी। अब दल के दूसरे अध्यक्ष पर इसी तरह के आरोप लगे हैं।

अल्वी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राबर्ट वाड्रा का कांग्रेस से कुछ लेना देना नहीं है जबकि गडकरी एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं और विपक्षी दल की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं। दोनों के खिलाफ लगे आरोपों में जमीन आसमान का अंतर है। हरियाणा सरकार ने जो जांच करायी है वह सब आपके सामने है। अल्वी ने इस बात को भी गलत बताया कि गडकरी और वाड्रा के मामले में कांग्रेस दोहरे मापदंड अपना रही है। उन्होंने कहा, ‘वाड्रा के खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं उसकी हरियाणा सरकार ने जांच की है उसके बाद उन्हें ‘क्लीन चिट’ दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह राय है कि किसी मुद्दे पर अगर संदेह पैदा होता है तो उसकी जांच की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस गडकरी के इस्तीफे की मांग नहीं कर रही है क्योंकि पार्टी का अध्यक्ष कौन होगा यह उस पार्टी का अंदरुनी मामला है और अध्यक्ष संगठन की विचारधारा को प्रतिबिंबित करता है। कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से जुड़े विवादों के बारे में पूछे जाने पर अल्वी ने कहा कि आरोप एक एनजीओ के खिलाफ है। आरोप मंत्री के खिलाफ नहीं है। जो सवाल उठाए गए हैं उस बारे में एनजीओ से जुड़े लोग जवाब दे सकते हैं।

अल्वी ने केजरीवाल की इस मांग पर कि गडकरी और वाड्रा सभी व्यवसायिक हितों और मालिकाना हक वाली जमीनों से जुड़ी जानकारियां सार्वजनिक करें, कहा कि वह केजरीवाल की बात पर प्रतिक्रिया नहीं जताना चाहते। संभवत: जितनी तेजी से गिरगिट रंग बदलता होगा उससे कहीं ज्यादा तेजी से वह बदलते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रहे दंगों की निंदा करते हुए उम्मीद जताई कि प्रदेश की सरकार बहुत जल्द अपने प्रशासन को ठीक करेगी ताकि नफरत पैदा करने वाले ऐसे दंगे न होने पाए। (एजेंसी)

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 01:19 Kategori: