नई दिल्ली/ शांति के लिए फिर से आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि सरकार सामूहिक बलात्कार मामले में प्रतिक्रिया में विलंब तथा महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर गौर करेगी। उन्होंने लोगों से हिंसा से दूर रहने का भी आग्रह किया।
सिंह ने टीवी पर अपने संबोधन में कहा कि वह और उनका परिवार 23 वर्षीय उस युवती के लिए चिंतित हैं जिसके साथ 16 दिसंबर की रात दक्षिण दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ और फिर उस पर क्रूरतापूर्वक हमला भी किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन बेटियों का पिता होने के नाते मैं यह पीड़ा उतनी ही गहराई से महसूस कर सकता हूं जितनी गहराई से आप समझ रहे हैं। मेरी पत्नी, मेरा परिवार और मैं, इस जघन्य अपराध की शिकार युवती के लिए चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार लड़की की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
16 दिसंबर की घटना के विरोध में हुआ प्रदर्शन कल हिंसक हो गया था। आज इस विरोध प्रदर्शन का सातवां दिन है। इस अपराध को लेकर लोगों के गुस्से को जायज बताते हुए सिंह ने कहा लेकिन हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलेगा।
सिंह ने कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में पहले ही बताया है। उन्होंने कहा हम इस भयावह अपराध की प्रतिक्रिया में विलंब के साथ साथ महिलाओं की सुरक्षा और संरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर गौर करेंगे।
प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी बीती रात तोड़ी और ऐसा ही एक बयान जारी करते हुए कहा कि लोगों का गुस्सा स्वाभाविक और जायज है। सिंह ने नाराज प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़पों की घटनाओं पर अफसोस जताया और शांति बनाए रखने का आग्रह किया।