Wednesday 26 December 2012

FDI की जरूरत क्यों पड़ी

विदेशों में रहने वाले भारतीय या कोई अन्य भी भारत में उद्योग/व्यापार में सीधे निवेश कर सकते है। ये कोई नई बात नही है, पहले भी लोग भारत के व्यापारियों पर निवेश करते थे, अब ये लोग 10 लाख की आबादी वाले बडे शहर में किराना दुकानो में भी निवेश करेगे। सबसे बडी बात है निवेश कैसे होगा और इसकी जरूरत क्यों पड रही है?


कोई भी कंपनी भारतीय कंपनी में निवेश से जितना पैसा आएगा, उस कंपनी को भारत सरकार को लिख कर देना पडेगा कि हम इतने पैसा लगायेंगे-उसका आधा 50 प्रतिशत पैसा भारत सरकार राज्यों में पिछडे गरीब क्षेत्रो में वेयर हाउस, कोल्डस्टोरेज, जैसी सुविधायें देने में खर्च करेगे।

इसकी जरूरत इसलिये पडी क्योंकि केन्द्र सरकार राज्य सरकारो जो खेती-किसानी भंडारण की योजना देती है उसमें गांव-खेत का विकास दिखता ही नही है। इसलिये अब हमारे किसान से जो भी बडा व्यापारी फसल खरीदेगा वो किसान को नये बीज नई टेक्नालाजी भी देगा, पैदावार भी बढायेगा, खेत में ही खरीदेगा।

किसान से उसकी उपज/फसल/सब्जी/फल यदि कोई खेत में खरीदेगा तो किसान का आज जो लाने-लेजाने में 30 से 50 प्रतिषत खराब हो जाती है उसका भी पैसा मिलेगा, कंपनी अपने खर्च में वेयरहाउस/कोल्डस्टोरेज में रखकर हिफाजत करेगी बडे किसान भी इसका लाभ ले सकेगे।

किसान अभी कही एक कही दो फसल लेता है वह भी आधी-अध्ूारी जब कंपनी किसान के साथ होगी तो वह हमारे किसान को तीन फसल लेने लायक बनायेगी, फसल अच्छी और ज्यादा हो उस पर भी साथ देगी।


रोजगार बढेगा


कुछ सूदखोर-जमाखोर जो किसान को 5 प्रतिशत और 10 प्रतिशत तक ब्याज ले के पैसा देते है, और उनके साथी भाजपा के लोग ये अफवाह उड़ा रहे है कि रोजगार घटेगा। आप बताओ आपके आसपास वेयर हाउस कोल्डस्टोरेज बनेगा, आपकी फसल खेत से बाजार तक/स्टोर तक जायेगी उसे कौन ले जायेगा उसे किराना दुकान में कौन बेचेगा अभी जो लोग कर रहे है वह ही कम्पनी के लिये करेगे। 20 साल पहले जितनी दुकान थी आज 10-20 गुनी हो गई है उनके साथ 5-10 और खुल जायेगी तो रोजगार जरूर बढेगा कम कैसे होगा।

सबसे बडी बात


कांग्रेस पार्टी 126 साल पुरानी है वह हर योजना को सोच समझकर लम्बे अध्ययन के बाद देशहित और आपके हित में ही कुछ भी करती है, वह किसी भी हालत में आपके या देश के नुकसान का कोई काम नही करती आप की हर खुशहाली में कांग्रेस आपके साथ थी और रहेगी।

सोना किसने गिरवी रखा


हर दिन कर्ज लेकर भ्रष्टाचार करने वालो से पूछिये कि देष में पहली बार और अंतिम बार देष का सोना देष के बाहर गिरवी किसने रखा। इन्ही लोगो ने देष की प्रगति में हर बार अफवाह उड़ाई है। रोज कर्ज लेना संभव नही है, कर्ज लेकर एक साथ देष के हर कोने मे विकास नही किया जा सकता, इसलिये अपनी तरक्की की भागीदारी मे जो 50 प्रतिषत पैसा लगायेगा वह ही व्यापार करेगा। व्यापारी देष में विकास गांव -गांव पहुंचायेगा, किसान के दुखदर्द और उन्नति में साथ देगा वह ही भागीदार बनेगा। यही है एफ डी आई गांव/किसानो की भलाई।

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 01:21 Kategori: