Wednesday 2 January 2013

फरवरी में होंगे युवक कांग्रेस के चुनाव


लखनऊ/  प्रदेश के युवाओं पर राहुल गांधी का रंग न चढ़ने के कारण ही युवक कांग्रेस की सदस्य संख्या में करीब दो लाख की कमी आने से नेतृत्व खफा है परंतु संगठन पदाधिकारियों का चुनाव बैलेट के जरिए ही होगा। सदस्य बनाने में दिलचस्पी न लेने वाले प्रभारी बदलने को रिपोर्ट मांगी गई है।


गत 31 जुलाई को कार्यकाल पूरा होने के बाद मध्य क्षेत्र युवक कांग्रेस कमेटी का सदस्यता अभियान जारी था। अंतिम तिथि तीन बार बढ़ाने के बावजूद युवक कांग्रेस का सदस्य बनने में युवाओं ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। नतीजतन 26 लोकसभा एवं 131 विधानसभा सीटों वाले मध्य क्षेत्र में बने सदस्यों की संख्या 65 हजार से ज्यादा न हो सकी जबकि गत सदस्यता अभियान में यह आकड़ा दो लाख 67 हजार को पार कर गया था। करीब दो लाख सदस्य कम होने से केंद्रीय नेतृत्व गंभीर है। अभियान में जुटे प्रभारियों के कामकाज की समीक्षा भी होगी। उल्लेखनीय है कि पिछली बार केवल लखनऊ लोकसभा क्षेत्र से ही 34 हजार युवाओं ने युवक कांग्रेस का सदस्य बनने को रुचि दिखाई थी जबकि इस बार बमुश्किल तीन हजार सदस्य बने हैं।

सूत्रों का कहना है मध्य क्षेत्र में सोनिया व राहुल गांधी का निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली व अमेठी आने के बावजूद सदस्यता कम रहना खतरे की घंटी है। अहम बात यह है कि इसी क्षेत्र से कांग्रेसी सांसदों की सबसे अधिक है। रिटर्निग आफिसर मनोज यादव के साथ लोकसभा क्षेत्रों में सदस्यता अभियान का जिम्मा संभालने वाले कार्यकर्ताओं के कामकाज पर भी सवालिया निशान लगा है। मनमाने ढंग से संगठन में नियुक्ति करने की शिकायतों के बारे में भी रिपोर्ट मांगी है। युवक कांग्रेस की सदस्यता में काफी कमी होने के बाद भी संगठनात्मक चुनाव कराने पर अडिग नेतृत्व ने फरवरी माह में नई कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है। 

नए सदस्यों की छंटनी का काम शुरू है। जनवरी मध्य तक मतदाताओं की अंतिम सूची जारी होने की उम्मीद है। प्राथमिक कमेटी बूथ स्तर की होने के कारण पदाधिकारी के लिए पहले बूथ कमेटी में चुना जाना अनिवार्य होगा। युवक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव को लेकर नेतृत्व के कड़े रुख को देख जोनल प्रणाली का विरोध कर रहे कांग्रेसी सकते में हैं।

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 03:37 Kategori: