Saturday 5 January 2013

रेप को लेकर भागवत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण: कांग्रेस


नई दिल्ली/ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने शुक्रवार को अपनी उस टिप्पणी से एक विवाद को जन्म दे दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय शहरों में पाश्चात्यीकरण, बढ़ रहे अपराधों का कारण है.


कांग्रेस ने भागवत की इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में ग्रामीण और शहरी भारत के बीच फर्क करने का कोई आधार नहीं है.

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "इससे आरएसएस की मानसिकता जाहिर होती है. मोहन भागवत वही कह रहे हैं."

उन्होंने आगे कहा, "मोहन भागवत का बयान उनकी मानसिकता का दिखाता है. आरएसएस चीफ और मध्यप्रदेश के मंत्री के बयान में कोई फर्क नहीं है. रेप की घटनाएँ कहीं भी घट सकती है. हमें कड़े कदम उठाने चाहिए और किशोर के उम्र को बदलने की जरूरत है. आज के जमाने में 12-13 साल का बालक हर चीज़ समझताहै."

दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि मोहन भागवत का बयान निंदनीय है.

अल्वी ने कहा,"ऐसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. रेप की घटनाएँ गांव में भी पेश आती हैं. महिलाओं को सुरक्षा देने का काम सरकार और पुलिस का है. आप किसी महिला पर दबाव नहीं डाल सकते, क्योंकि उनकी अपनी भी आजादी है."

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने भी मोहन भागवत के बयान को निंदनीय कारर दिया है. उनका कहना है कि वह बुज़ुर्ग हैं उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए.

याद रहे है कि सिलचर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि ग्रामीण भारत में रेप की घटना कभी कभार होती हैं जबकि शहरी भारत में यह घटनाएँ आम हैं.

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 06:59 Kategori: