Tuesday 8 January 2013

राज के 'सभी दुष्कर्मी बिहारी' बयान की कड़ी आलोचना


पटना/ बिहार और प्रदेशवासियों पर निशाना साध कर प्रचार में बने रहने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने नया विवाद छेड़ा है। इस बार ठाकरे ने दिल्ली दुष्कर्म के सभी आरोपियों को बिहारी बताने पर कई लोगों ने एतराज जताया है।


नई दिल्ली में कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने राज के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह देश और इसके लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बयान है।

उधर, महाराष्ट्र में कांग्रेस ने राज के बयान को गैरजिम्मेदाराना और खेदजनक कहते हुए खारिज किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमें मनसे के नेता और कार्यकर्त्ता आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए।

रविवार शाम को सावंत ने कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए जारी बयान में कहा है, ''पिछले महीने मनसे के एक नेता को विखरोली पुलिस ने एक किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया। तीन साल पहले मनसे के चार कार्यकर्त्ताओं ने किशोरी घरेलू नौकरानी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। अप्रैल 2011 में अमरावती में एक मनसे नेता को लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ठाकरे ने इस मुद्दे पर आंखें मूंद ली और अपनी पार्टी के कार्यकर्त्ताओं के आचरण से ध्यान हटाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।''

मुंबई में वैश्विक कोंकण उत्सव में शनिवार की शाम दिए गए भाषण में राज ने कहा था कि दिल्ली में 23 साल की युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात दुखद है और अभी तक किसी ने भी ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया है। राज ने कहा, ''हालांकि इस मामले की तह तक जाने की कोशिश किसी ने भी नहीं की और यह खुलासा नहीं किया कि इस घृणित अपराध को किन लोगों ने अंजाम दिया। वे सभी बिहार के हैं।''

मनसे प्रमुख ने कहा कि जब उन्होंने बिहारी अपराधियों का मुद्दा उठाया था तब उन्हें गालियां दी गईं, लेकिन अब दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है। राज ने कहा, ''उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में कहा कि दिल्ली में अपराधों में आई बाढ़ के लिए प्रवासी जिम्मेवार हैं।''

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 05:44 Kategori: