Tuesday 22 January 2013

कांग्रेस ने भरी हुंकार, धर्मनिरपेक्ष ताकतों से एकजुट होने का आह्वान


जयपुर/ कांग्रेस ने समाज का ध्रुवीकरण और विभाजन करने वालों के खिलाफ वैचारिक लड़ाई में देश की सभी धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिवादी ताकतों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि वह यूपीए सरकार के प्रदर्शन के आधार, स्थिरता और बेहतर शासन तथा अपने आधारभूत मूल्यों की पुनर्स्‍थापना के वादे के साथ जनता के बीच जाएगी.



'जयपुर घोषणा' के नाम से जारी


दो दिन के चिन्तन शिविर के बाद जारी 56 सूत्री 'जयपुर घोषणा' में कहा गया, 'समाज को तोड़ने और ध्रुवीकरण करने वालों के खिलाफ वैचारिक लडा़ई के लिए देश की सभी धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील शक्तियों को एकजुट होने का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आहवान करती है.' घोषणा में कहा गया कि सभी के लिए आर्थिक प्रगति विशेष रूप से आम आदमी के लिए जो गरीब एवं मध्यम वर्ग से हैं तथा धर्म निरपेक्षतावाद, राष्ट्रवाद, सामाजिक न्याय, सामाजिक समरसता जैसे बुनियादी मूल्य बोधों को दोहराते हुए कांग्रेस के नेतृत्व में संप्रग सरकार अपनी उपलब्धियों के आधार पर जनता के बीच जाएगी.


आधार मजबूत करेगी कांग्रेस


इसमें कहा गया कि कांग्रेस अपने जनाधार को मजबूत करने, अपने नैसर्गिक समर्थकों की पहचान करने और उन वर्गों के समर्थन को (जो कांग्रेस के साथ हैं) यथावत कायम रखने तथा जो वर्ग कांग्रेस से दूर हो गये हैं, उनके विश्वास को जीतने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करती है.


हर वर्ग को लुभाने का प्रयास


राजनीतिक चुनौतियां शीषर्क वाले बिन्दुओं में घोषणा कहती है कि देश के युवा, मध्य वर्ग और युवा वंचित वर्ग के लिए आवाज उठाने की कांग्रेस प्रतिज्ञा करती है. युवाओं के लिए सार्थक नीतियां और कार्यक्रम विशेषकर रोजगार सृजन के लिए पार्टी युवा वर्गों की नयी आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील होगी. भ्रष्टाचार का उल्लेख करते हुए इसमें कहा गया कि पार्टी सभी स्तर पर भ्रष्टचार के खिलाफ विशेषकर राजनीतिक एवं नौकरशाही के स्तर पर भ्रष्टाचार को हटाने की लडाई में अग्रणी रहेगी.


नक्‍सलवाद की समस्‍या पर ध्‍यान


नक्सलवाद के बारे में घोषणा में उल्लेख है कि ऐसे क्षेत्रों में जो वामपंथी उग्रवाद, विद्रोह, आक्रामकता से पीडित हैं, वहां कांग्रेस राजनीतिक संगठन को पुनर्जीवित करके शांति सुनिश्चित करने का संकल्प करती है. यह निर्विवाद है कि सुरक्षा अभियानों को सशक्त करना होगा. सामाजिक एवं भौतिक संरचना के निर्माण हेतु विकास की गतिविधियों को साथ साथ चलाना होगा परंतु कांग्रेस विश्वास करती है कि इन समस्याओं से जड़ से निपटने के लिए सघन राजनीतिक प्रयासों की आवश्यकता है.

उभरती सामाजिक एवं आर्थिक चुनौतियों वाले शीषर्क में कहा गया, 'कांग्रेस जानती है कि देश में विशेषकर शहरी क्षेत्र में शिक्षित और विभिन्न आकांक्षाओं के साथ एक मध्यवर्ग उभर रहा है. हम उनके लिए अवसरों और उनकी प्रगति के लिए अनुकूल परिवेश का निर्माण करेंगे.'


देश की समृद्धि की उम्‍मीद


कांग्रेस ने विश्वास जताया कि भारत शानदार सामाजिक प्रगति एवं आर्थिक संपन्नता की दहलीज पर खडा है. देश के भविष्य पर हमारी प्रगाढ़ आस्था है तथा इस संबंध में हमने न तो अतीत में और न ही कभी भविष्य में आर्थिक प्रगति को स्वार्थी तत्वों की ओर से कमजोर होने की अनुमति देंगे. हमारे लिए असमानता को कम कर रोजगार सृजन के साथ समावेशी विकास सुनिश्चित करना सबसे बडी सामाजिक आर्थिक चुनौती है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा मंजूर इस घोषणा में कहा गया कि कांग्रेस जानती है कि देश में विशेषकर शहरी क्षेत्र में शिक्षित एवं विभिन्न आकांक्षाओं के साथ एक मध्य वर्ग उभर रहा है. हम उनके लिए नये अवसरों एवं उनकी प्रगति के लिए अनुकूल परिवेश बनाएंगे.


महंगाई के खिलाफ होगी लड़ाई


महंगाई के बारे में कहा गया कि आम आदमी के जीवन को प्रभावित करने वाली महंगाई के खिलाफ अथक लडाई के लिए कांग्रेस प्रतिज्ञा करती है. इस दिशा में उत्पादन और सेवाओं की वृद्धि, उत्पादकता में सुधार, अनावश्यक खर्च में कटौती, वित्तीय समझदारी आदि से महंगाई को कम कर आम आदमी को राहत दी जाएगी.
घोषणा में कहा गया कि कांग्रेस पार्टी मानती है कि अधिक रोजगार सृजन हेतु खादी, माइक्रो, लघु एवं मध्यम उद्यमियों को सभी यथासंभव प्रोत्साहन दिया जाए. इसमें कहा गया कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्र निर्माण में युवाओं की महती भूमिका को स्वीकारा है. कांग्रेस के पास मजबूत एवं सक्रिय युवा कार्यकर्ता हैं. हम हर साल एक करोड रोजगार सृजित करेंगे तथा इस हेतु युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा.


खाद्य सुरक्षा कानून के लिए प्रतिबद्ध


घोषणा में खाद्य सुरक्षा कानून को भी जल्द लागू करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गयी. दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले के परिप्रेक्ष्य में इसमें कहा गया कि कांग्रेस हाल ही में हमारी आत्मा को झकझोर देने वाले अत्याचारों की घटनाओं से दुखी हैं तथा महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित मामलों में उनकी कठिन स्थिति को स्वीकार करती है.

इसमें कहा गया, 'हम यह सुनिश्चित करने की प्रतिज्ञा करते हैं कि महिलाओं को सुरक्षा देने हेतु सभी कदम उठाये जाएंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी बडे़ कस्बों और शहरों में महिलाओं की शिकायतों के निवरण के लिए 181 नंबर वाली हेल्पलाइन बने, महिलाओं के लिए पृथक परिवहन सुविधाएं हों, पुरुष और महिला पुलिस के लिये लैंगिक संवेदनशीलता के लिए कक्षाएं हों.'


महिलाओं को मिलेगी कानूनी सुरक्षा


घोषणा में आगे कहा गया कि महिलाओं को मजबूत कानूनी सुरक्षा एवं समानता की आवश्यकता को पहचानते हुए कांग्रेस ने अनेक विकासात्मक कानून बनाये हैं. लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों के आरक्षण के विषय में हम प्रतिबद्ध हैं. इसी प्रकार यौन अत्याचारों की परिभाषा को विस्तृत करने के लिए कानून बनाने, त्वरित न्याय दिलाने तथा गंभीर यौन अत्याचार के खिलाफ कडे दंड का प्रावधान के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं.

इसमें कहा गया है कि पार्टी के भीतर लैंगिक समानता जैसे विषयों को मुख्यधारा में लाया जाएगा. पार्टी के भीतर महिला अभियोग निराकरण एवं विधिक प्रकोष्ठ बनाया जाएगा. पार्टी में हर स्तर पर महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा.


पड़ोसियों से बेहतर संबंध की जरूरत


घोषणा में भारत एवं विश्व के बारे में हुई चर्चाओं को समेटते हुए कहा गया कि भारत के पडो़सियों एवं सहयोगियों को हमारी जायज सुरक्षा एवं चिन्ताओं को समझना चाहिए. इसमें बताया गया है, 'कोई भी बातचीत स्वीकार्य सभ्‍य व्यवहारों के सिद्धांत पर होना आवश्यक है.' पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा हाल ही में जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय जवानों की हत्या किये जाने के परिप्रेक्ष्य में घोषणा में कहा गया, 'जब ऐसे सिद्धांतों का उल्लंघन होता है तब भारत को उचित कदम उठाने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए.' इसमें कहा गया कि दक्षिण एशिया में आतंक के बुनियादी ढांचे को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए.


आतंकवाद को बड़ा खतरा बताया


घोषणा में लिखा है कि कांग्रेस दृढ़ता के साथ मानती है कि आज के विश्व के लिए आतंकवाद सबसे बडा खतरा है. हम जानते हैं कि आज की दुनिया में विश्वव्यापी आतंक के जाल के खिलाफ लडाई के लिए देशों के बीच गहरे एवं टिकाउ सहयोग की जरूरत है.

संगठनात्मक मुद्दों को लेकर घोषणा कहती है कि ब्लॉक एवं जिला स्तर पर नेतृत्व पंचायतों एवं नगर पालिकाओं के निर्वाचित सदस्यों से उभरेगा और इसमें अनुसूचित जाति जनजाति, अन्य पिछडा़ वर्ग, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाएगा.

इसमें कहा गया कि कांग्रेस ने विचारधारा एव मुद्दों के आधार पर अपने को अभी से पुन: संगठित करना प्रारंभ कर दिया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी और ब्लाक कांग्रेस कमेटी तथा अन्य अग्रिम संगठनों के विभिन्न स्तर पर सभी पदाधिकारियों को निर्धारित उत्तरदायित्व सौंपा जाएगा.

घोषणा में कहा गया कि जो राज्य कांग्रेस द्वारा शासित हैं, उनके लिए रणनीति, ऐसे राज्य जिनमें विरोधी दल सत्ता में हैं, की रणनीति से अलग होगी. जिन राज्यों में कांग्रेस सत्ता में नहीं है, वहां कांग्रेस द्वारा सभी स्थानीय ताजा एवं प्रासंगिक मुद्दों की सूची बनाकर धरातल से राज्य स्तर तक सुसंगत एवं नियमित रूप से आक्रामक तरीके से आंदोलन एवं प्रदर्शन किये जाएंगे. इसमें कहा गया कि नयी सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग परंपरागत एवं सामाजिक मीडिया के माध्यम से लोगों के साथ प्रभावी संवाद स्थापित करने की आवश्यकता है. सोशल मीडिया पार्टी को उपयोगी फीडबैक दे सकता है कि लोग सरकार को किस रूप में देखते हैं और उससे क्या अपेक्षा रखते हैं.


कांग्रेस के भीतर सुधार जरूरी


भाई-भतीजावाद पर घोषणा में कहा गया कि जब पार्टी के वरिष्ठ नेता किसी विशेष उम्मीदवार की अनुशंसा करते हैं तो फिर उन्हें उस उम्मीदवार की विफलता की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. संगठन के ढांचे में भाई भतीजावाद विशेष चिन्ता का विषय है और इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए दृढता की आवश्यकता है.

इसमें कहा गया कि चुनाव के दौरान पार्टी उम्मीदवारों के बारे में निर्णय लेते समय केवल उनके जीतने की क्षमता को ही आधार नहीं बनाया जाना चाहिए, बल्कि उम्मीदवार की वफादारी और उसके जीतने की क्षमता के बीच संतुलन की जरूरत है. कांग्रेस अध्यक्ष ने समारोह के समापन के अवसर पर इसके सफलतापूर्वक संपन्न होने पर सभी कांग्रेस जनों को बधाई दी और उनका धन्यवाद किया.

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 04:19 Kategori: