नयी दिल्ली (ब्यूरो)। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने
सरक्रीक मामले पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र के संदर्भ में कहा है कि मोदी अपनी
खिसकते सियासी वजूद को सहारा देने के मकसद से इस तरह की ओछी राजनीति कर रहे
हैं।
मनीष तिवारी ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण
है कि मोदी ने अपनी खिसकते राजनीतिक वजूद को सहारा देने के लिए एक काल्पनिक
मुद्दे को उछाला है। मनीष तिवारी ने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़े
मामलों को पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता के भाव से रखा जाना चाहिए।
मनीष तिवारी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि गुजरात के लोग इस ओछी और बनावटी राजनीति को देखेंगे जिसमें रणनीतिक महत्व का कोई मामला ही नहीं है। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी नरेन्द्र मोदी के उस दावे को खारिज कर दिया कि सरक्रीक को पाकिस्तान के हवाले किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने एक पत्र में कहा है कि वह सरक्रीक मुद्दे पर पाकिस्तान से कोई बात न करे।
उन्होने पत्र में प्रधानमंत्री से यह भी कहा है कि वह सरक्रीक को पाकिस्तान को न सौंपे अन्यथा पूरा देश असुरक्षित हो जाएगा। नरेंद्र मोदी ने मेहसाणा में जनता को संबोधित करते हुए बताया प्रधानमंत्री 15 दिसम्बर को सरक्रीक मुद्दे पर फैसला लेने वाले हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक 14-16 दिसम्बर तक भारत की यात्रा पर आयेंगे। अत: मोदी ने सरकार से कहा कि भारत सरक्रीक , पाकिस्तान को न सौंपे। मोदी ने जनता को यह बताया कि यह पत्र मैंने एक मुख्यमंत्री की हैसियत से नहीं बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में लिखा है।
मनीष तिवारी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि गुजरात के लोग इस ओछी और बनावटी राजनीति को देखेंगे जिसमें रणनीतिक महत्व का कोई मामला ही नहीं है। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी नरेन्द्र मोदी के उस दावे को खारिज कर दिया कि सरक्रीक को पाकिस्तान के हवाले किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने एक पत्र में कहा है कि वह सरक्रीक मुद्दे पर पाकिस्तान से कोई बात न करे।
उन्होने पत्र में प्रधानमंत्री से यह भी कहा है कि वह सरक्रीक को पाकिस्तान को न सौंपे अन्यथा पूरा देश असुरक्षित हो जाएगा। नरेंद्र मोदी ने मेहसाणा में जनता को संबोधित करते हुए बताया प्रधानमंत्री 15 दिसम्बर को सरक्रीक मुद्दे पर फैसला लेने वाले हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक 14-16 दिसम्बर तक भारत की यात्रा पर आयेंगे। अत: मोदी ने सरकार से कहा कि भारत सरक्रीक , पाकिस्तान को न सौंपे। मोदी ने जनता को यह बताया कि यह पत्र मैंने एक मुख्यमंत्री की हैसियत से नहीं बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में लिखा है।