उत्तर प्रदेश/बरनाहल/ कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्वमंत्री मुंशीलाल का लम्बी बीमारी के बाद रविवार को प्रात: 8 बजे गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। कुछ दिन पूर्व उनको बीमार होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शाम को उनकी अंत्येष्टि कर दी गयी।
दिवगंत मुंशीलाल ने 1962 में पहली बार करहल विधान सभा क्षेत्र से रिपब्लिक पार्टी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और विजयी हुए। 1966 में स्वतंत्र पार्टी से चुनाव लड़े और इस बार भी जीते। उन्होंने 1974 के विधानसभा चुनाव में भी किशनी क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर भारी मतों से विजय प्राप्त की।
1980 से 1985 तक किशनी विधान सभा क्षेत्र से वे विधायक रहे और 1970 में पहली बार पंचायत राज लघु सिंचाई राज्यमंत्री बने। 1981 से 1993 तक उ.प्र. स्टेट एग्रो. के डायरेक्टर के पद पर और कांग्रेस कमेटी उ.प्र. के जनरल सेक्रेटरी और 1970, 1974 तक मंगलदेव विशारण भूमि व्यवस्था समिति के चेयरमैन रहे।
उनका जन्म 1931 में एक अति निर्धन दलित परिवार में हुआ था। राजनीतिक जीवन की शुरूआत कांग्रेस पार्टी से की थी। रविवार को उनकी अंत्येष्टि केवीए महाविद्यालय के प्रांगण में हजारों लोगों की उपस्थित में की गयी। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र राजकुमार रत्न ने दी।
शव यात्रा में पूर्व विधायक सुभाष चन्द्र यादव, पूर्व विधायक अनिल यादव, मुकुल यादव, प्रबंधक रघुराज यादव, सर्वेश यादव, रामशंकर तिवारी पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस, आछेलाल सूरज पाल, बसपा के फीरोजाबाद जिलाध्यक्ष हेमंत प्रताप सिंह, डॉ. टीपी सिंह लखनऊ, राजबहादुर सिंह, यूपी एग्रो. के मंडलीय मैनेजर राजकुमार, अधिशाषी अभियंता आगरा, रामशंकर, अनिल कुमार, विजय कुमार, संजीव कुमार, गजेन्द्र सिंह, स्वतंत्र गौतम, प्रशांत आदि तमाम लोग शामिल थे।