Tuesday 15 January 2013

शहीदों को वीरता पुरस्कार पर विचार


नई दिल्ली/ नई दिल्ली सरहद पर भारतीय सैनिकों की हत्या और सिर काटने की घटना पर देश में भड़के आक्रोश को कम करने के लिए कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर पूरा दबाव बना रखा है। कांग्रेस ने सरकार से सख्त संदेश देने के लिए पहले ही निर्देशित किया था, साथ ही अब दोनों शहीद सुधाकर सिंह व हेमराज को गणतंत्र दिवस पर वीरता पुरस्कार देने पर भी विचार का आग्रह किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस कोर कमेटी की दो दिन पहले हुई बैठक में ही तय हो गया था कि पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया जाए।


हालांकि, पार्टी युद्ध जैसा माहौल बनाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन उसकी चिंता है कि भावनात्मक ज्वार जिस तरह बढ़ रहा है, उससे सरकार के कमजोर होने की छवि बनेगी। इसीलिए, पड़ोसी को सख्त संदेश देने के साथ-साथ कांग्रेस ने कहा कि देश के गुस्से को भी शांत करने का प्रयास किया जाए। इसी कड़ी में भारतीय पक्ष की तरफ से पाकिस्तान के प्रति बयानों में तल्खी आई। कांग्रेस की सबसे बड़ी चिंता मथुरा में शहीद हेमराज के परिवार और गांव के लोग सड़कों पर आने से है। 

अभी उनका ज्यादा गुस्सा प्रदेश की सरकार के रवैये पर है। मध्य प्रदेश में सुधाकर सिंह के अंतिम संस्कार में जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे और पूरा सम्मान दिया गया, वहीं मथुरा में हेमराज की चिता में अग्नि के समय वहां का कोई मंत्री तक नहीं पहुंचा। एक तो अपने बेटे के शव को अंतिम बार न देख पाने का मलाल, ऊपर से सत्ता की तरफ से नजरअंदाज किए जाने का गुस्सा अभी राज्य सरकार पर है, लेकिन केंद्र भी बराबर नजर रखे है। जिस तरह से मां व पत्नी हेमराज का सिर लाने की मांग कर रही हैं, उसकी जिम्मेदारी केंद्र पर ही आ रही है। 

इसीलिए, कांग्रेस नेतृत्व चाह रहा है कि दोनों शहीदों को वीरता पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाए। हालांकि, रक्षा मंत्रालय के अफसर वीरता पुरस्कार के पक्ष में नहीं हैं, अलबत्ता 26 जनवरी के दिन अपने जवानों को सम्मानित करने से जरूर सहमत हैं। मगर कांग्रेस की तरफ से यह दबाव लगातार बनाया जा रहा है।

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Ditulis Oleh : shailendra gupta Hari: 06:02 Kategori: