
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद कांतिलाल भूरिया ने कल राजधानी के
ऐशबाग इलाके के सुभाष नगर में भाजपा के एक एल्डरमेन राजकुमार शुक्ला उर्फ
बबलू द्वारा पुलिस के टी.आई. चंदनसिंह सूरमा और हेड कांस्टेबल कर्मवीरसिंह
की सरेआम पिटाई की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि भाजपा के नेताओं
और कार्यकर्ताओं के सिर पर सत्ता का इतना अधिक जुनून सवार हो चुका है कि अब
वे कानून के रक्षकों के साथ भी खुलेआम मारपीट करने लगे हैं। ऐसा लगता
है-प्रदेश सरकार ने भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सरकारी सेवकों के
साथ खुलकर मारपीट करने की खुली छूट दे दी है।
आपने
कहा है कि वर्ष 2004 से अब तक लगभग 20 हजार शासकीय कर्मचारियों के साथ
भाजपा कार्यकर्ताओं और भाजपा के सहयोगी संगठनों बजरंग दल, अभाविप, भाजयुमो
तथा विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता मारपीट कर चुके हैं। म.प्र. के
इतिहास में यह आंकड़ा अपने आप में एक कीर्तिमान है। इस स्थिति से जाहिर है
कि प्रदेश में भाजपा स्वयं अराजकता की स्थिति निर्मित करने पर उतारू है।
जनता की सेवा और सुरक्षा में लगे शासकीय सेवकों के लिए अपनी जवाबदारियों को
साहस के साथ निभाना अब प्रदेश में कठिन ही नहीं, असंभव हो गया है।
श्री
भूरिया ने टी.आई. और हेड कांस्टेबल की पिटाई की घटना का जिक्र करने हुए
कहा कि टी.आई. चंदनसिंह सूरमा कल देर शाम अपने अमले के साथ भोपाल के सुभाष
नगर रेल्वे फाटक के पास वाहन चैकिंग कर रहे थे। वहां बने हॉकर्स कार्नर में
नगर निगम के एल्डरमेन एवं भाजपा नेता राजकुमार शुक्ला की चाय की दुकान भी
है। चैकिंग का यह कार्य इस दुकान के सामने चल रहा था। इस पर भाजपा नेता ने
आपत्ति जताई तो टी.आई. और उसके बीच विवाद हो गया।
यह
विवाद अंततः इतना बढ़ गया कि भाजपा नेता ने कानून को हाथ में लेते हुए
टी.आई. के साथ मारपीट शुरू कर दी। अपने अधिकारी को पिटते देख बचाव करने आये
हेड कांस्टेबल कर्मवीरसिंह की धुनाई करने में भी भाजपा नेता ने देर नहीं
की। जब यह जानकारी मिली कि पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंच रहा है, उक्त नेता
और उनकी मदद के लिए इकट्ठा हुए भाजपा कार्यकर्ता घटना स्थल से भाग खड़े
हुए।
प्रदेश
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि इस घटना को सुभाष नगर क्षेत्र के सैकड़ों
नागरिकों ने अपनी आंखों देखा है तथा सीएसपी सलीम खान का सदल बल टी.आई. और
हेड कांस्टेबल की मदद के लिए पहुंचना यह साबित करता है कि पुलिसकर्मियों के
साथ भाजपा नेता ने मारपीट की है।
उल्लेखनीय
है कि एल्डरमेन राजकुमार शुक्ला को नगर निगम के एक पार्षद को रिश्वत देने
के आरोप में एक साल की सजा हो चुकी है। आपने कहा है कि यदि भाजपा नेताओं और
कार्यकर्ताओं की इस गुंडागर्दी पर तत्काल अंकुश नहीं लगाया गया तो प्रदेश
भर में आम नागरिकों की सुरक्षा और राज्य की शांति-व्यवस्था गंभीर खतरे में
पड़ जाएगी। यह आश्चर्य की बात है कि जब भोपाल में विधान सभा का सत्र चल रहा
है, ऐसे समय में भी भाजपा के लोग बेखौफ होकर गुंडागर्दी कर रहे हैं।